मणिपुर हिंसा को लेकर प्रस्ताव पारित, ममता बनर्जी बोलीं- 'पीएम मोदी नहीं संभले तो...'
मणिपुर में हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल विधानसभा से निंदा प्रस्ताव पारित किया गया. इस दौरान ममता बनर्जी ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधा.
पश्चिम बंगाल : मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्षी दल लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं. इस बीच, सोमवार (31 जुलाई) को पश्चिम बंगाल विधानसभा ने मणिपुर में हिंसा की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया। बंगाल के संसदीय कार्य मंत्री सोवनदेब चट्टोपाध्याय ने सदन में प्रस्ताव पेश किया था |
इस दौरान टीएमसी प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सदन में केंद्र सरकार और पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा. ममता बनर्जी ने कहा, ”मणिपुर जल रहा है और बीजेपी बंगाल में टीमें भेजने में व्यस्त है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मणिपुर पर बयान देना चाहिए.” ममता बनर्जी ने कहा, ”अगर पीएम इसे संभालने में असमर्थ हैं, तो वह हमें जिम्मेदारी दे सकते हैं. हम उनसे बेहतर तरीके से इसे संभालेंगे। बीजेपी बेटी जलाओ और बेटी हटाओ कर रही है। मुझे बीजेपी से ज्ञान नहीं ही चाहिए. बीजेपी यहा पर 107 प्रतिनिधिमंडल भेजा है.”|
ममता बनर्जी की विपक्षी दलों से अपील
बनर्जी ने अन्य राज्यों के विपक्षी दलों से भी अनुरोध किया कि वे हमारी तरह विधानसभा में इस पर चर्चा करें। मणिपुर में जो हुआ उसे देखकर हम स्तब्ध हैं। हम बीजेपी नहीं हैं जो अपने फायदे के लिए लोगों की जान से खेलेंगे. 350 चर्च जला दिए गए, कई घर जला दिए गए, महिलाओं के साथ बलात्कार, छेड़छाड़ और अपमान किया गया।”
3 मई को भड़की थी हिंसा
3 मई को मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में आदिवासी एकजुटता मार्च के दौरान हिंसा भड़क गई थी. जिसमें अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस मुद्दे को लेकर संसद में लगातार हंगामा हो रहा है. वहीं, 19 जुलाई को मणिपुर में एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ. इसमें दो कुकी महिलाओं को भीड़ ने नग्न कर सड़क पर घुमाया और उनके साथ बलात्कार भी किया गया. इसके बाद से विपक्षी दल पूरी तरह से केंद्र सरकार पर हमलावर हैं |